आचार्य परम्परा परिचय


आचार्य पीठ परम्परा में अब तक 48 आचार्य हुये है। जो निम्नप्रकार से है:-

 आचार्यश्री नाम ​ ​माह ​ पक्ष  ​तिथि
1 श्री हंस भगवान्‌   कार्तिक शुक्ल  नवमी
2 श्री सनकादिक भगवान्‌ कार्तिक शुक्ल  नवमी
3 श्री नारद भगवान्‌ मार्गशीर्ष शुक्ल  द्वादशी
4 श्री निम्बार्काचार्य जी कार्तिक शुक्ल  पूर्णिमा 
5 श्री श्रीनिवासाचार्य जी माघ  शुक्ल  पञ्चमी 
6 श्री विश्वाचार्य जी फाल्गुन  शुक्ल  चतुर्थी 
7 श्री पुरुषोत्तमाचार्यजी चैत्र  शुक्ल  षष्ठी 
8 श्री विलासाचार्य जी वैशाख  शुक्ल  अष्टमी 
9 श्री स्वरूपाचार्य जी ज्येष्ठ  शुक्ल  सप्तमी 
10 श्री माधवाचार्य जी आषाढ़  शुक्ल  दशमी 
11 श्री बलभद्राचार्य जी श्रावण  शुक्ल  तृतीया 
12 श्री पद्माचार्य जी भाद्रपद  शुक्ल  द्वादशी 
13 श्री श्यामाचार्य जी आश्विन  शुक्ल  त्रयोदशी 
14 श्री गोपालाचार्य जी भाद्रपद  शुक्ल  एकादशी 
15 श्री कृपाचार्य जी मार्गशीर्ष  शुक्ल  पूर्णिमा 
16 श्री देवाचार्य जी माघ  शुक्ल  पञ्चमी 
17 श्री सुन्दर भट्‌टाचार्य जी मार्गशीर्ष शुक्ल  द्वितीया
18 श्री पद्मनाभ भट्‌टाचार्य जी वैशाख  कृष्ण  तृतीया 
19 श्री उपेन्द्र भट्‌टाचार्य जी चैत्र  कृष्ण  तृतीया 
20 श्री रामचन्द्र भट्‌टाचार्य जी वैशाख  कृष्ण  पञ्चमी 
21 श्री वामन भट्‌टाचार्य जी ज्येष्ठ  कृष्ण  षष्ठी 
22 श्री कृष्ण भट्‌टाचार्य जी आषाढ़  कृष्ण  नवमी
23 श्री पद्माकर भट्‌टाचार्य जी आषाढ़  कृष्ण  अष्टमी 
24 श्री श्रवण भट्‌टाचार्य जी कार्तिक कृष्ण  नवमी
25 श्री भूरि भट्‌टाचार्य जी आश्विन  कृष्ण  दशमी 
26 श्री माधव भट्‌टाचार्य जी कार्तिक कृष्ण  एकादशी 
27 श्री श्याम भट्‌टाचार्य जी चैत्र  कृष्ण  द्वादशी 
28 श्री गोपाल भट्‌टाचार्य जी पौष कृष्ण  एकादशी 
29 श्री बलभद्र भट्‌टाचार्य जी माघ  कृष्ण  चतुर्दशी 
30 श्री गोपी नाथ भट्‌टाचार्य जी श्रावण  शुक्ल  सप्तमी 
31 श्री केशव भट्‌टाचार्य जी चैत्र  शुक्ल  प्रतिपदा 
32 श्री गांगल भट्‌टाचार्य जी चैत्र  कृष्ण  द्वितीया 
33 श्री केशव काशमीरी भट्‌टाचार्य ज्येष्ठ  शुक्ल  चतुर्थी 
34 श्री श्रीभट्‌ट देवाचार्य जी आश्विन  शुक्ल  द्वितीया 
35 श्री हरिव्यास देवाचार्यजी कार्तिक कृष्ण  द्वादशी 
36 श्री परशुराम देवाचार्य जी भाद्रपद  कृष्ण  पञ्चमी 
37 श्री हरिवंश देवाचार्य जी मार्गशीर्ष कृष्ण  सप्तमी 
38 श्री नारायण देवाचार्य जी पौष शुक्ल  नवमी 
39 श्री वृन्दावन देवाचार्य जी भाद्रपद  कृष्ण  त्रयोदशी 
40 श्री गोविन्द देवाचार्य जी कार्तिक कृष्ण  पञ्चमी 
41 श्री गोविन्द शरण देवाचार्य जी कार्तिक कृष्ण  अष्टमी 
42 श्री सर्वेश्वर शरण देवाचार्य जी पौष कृष्ण  षष्ठी 
43 श्री निम्बार्क शरण देवाचार्य जी    ज्येष्ठ  शुक्ल  षष्ठी 
44 श्री ब्रजराज शरण देवाचार्य जी ज्येष्ठ  शुक्ल  पञ्चमी 
45 श्री गोपीश्वर शरण देवाचार्य जी माघ  कृष्ण  दशमी 
46 श्री घनश्याम शरण देवाचार्य जी आश्विन  कृष्ण  षष्ठी 
47 श्री बालकृष्ण शरण देवाचार्य जी  चैत्र  कृष्ण  द्वादशी 
48 श्री राधासर्वेश्वर शरण देवाचार्य जी ज्येष्ठ  शुक्ल  द्वितीया 

1 टिप्पणी:

  1. ।।श्रीमन्नित्यनिकुंजविहारिणे नमः।।

    I had a doubt regarding the disciplic succession after Nimbarkacharya. According to some sources , In purva yuga division of parampara, there were in total 4 acharyas viz., Shri Nimbarkacharya and his 3 other disciples - Srinivacharya, Audumbaracharya and Gaurmukhacharya. Why these two other disciples have not been mentioned by in the list provided above ?

    Thank You !

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